सावरी सी सखी अब जवा मै हुई
वर्षो देखे है सपने सावरे के मैंने
अब निकट आ गया उनसे मिलने का भी
जिसकी सदियों से मैंने है राह तकी
नयनो में इन्तजार मद्धम धडकन हुई
सावरी सी सखी अब जवा मै हुई
वर्षो देखे है सपने सावरे के मैंने
अब निकट आ गया उनसे मिलने का भी
जिसकी सदियों से मैंने है राह तकी
नयनो में इन्तजार मद्धम धडकन हुई
सावरी सी सखी अब जवा मै हुई
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