चारो तरफ भीड़ ही भीड़ थी
हर दिशा में शोर था
किसी को किसी की आवाज सुने नही दे रही थी
हर कोई अपने सपनो के साथ एक नयी उड़ान भरने को तैयार था
सो मै भी बिना पंख के उड़ने की कोशिश कर रहा था
एक नए सफ़र के साथ एक नयी मंजिल की तलाश में
हम चलते चले जा रहे थे
वो समंदर की लहरे भी कितनी सुहावनी लग रही थी
सब अपने अपने में व्यस्त थे
कही गाना बजाना हो रहा था
तो कही कोई नाच झूम रहा था
हर दिशा में शोर था
किसी को किसी की आवाज सुने नही दे रही थी
हर कोई अपने सपनो के साथ एक नयी उड़ान भरने को तैयार था
सो मै भी बिना पंख के उड़ने की कोशिश कर रहा था
एक नए सफ़र के साथ एक नयी मंजिल की तलाश में
हम चलते चले जा रहे थे
वो समंदर की लहरे भी कितनी सुहावनी लग रही थी
सब अपने अपने में व्यस्त थे
कही गाना बजाना हो रहा था
तो कही कोई नाच झूम रहा था
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