हम सुख को ढूँढने के लिए दर बदर भटकते रहते है सोचते है की नया मोबाइल ले ले उससे ख़ुशी मिल जाएगी चलो फिल्म देख आये उससे ख़ुशी मिल जाएगी बार में जाकर पार्टी मनाले उससे ख़ुशी मिल जाएगी लेकिन वो ख़ुशी वो आनंद कृत्रिम या बनावटी होता है वो ख़ुशी क्षणिक होती है क्योकि हम उसे खोजने जाते है
जबकि आनंद टी बड़ी ही सरलता से महसूस किया जा सकता है वो हमारे ह्रदय में वास करता है
कुछ बाते मै यह बता रहा हु जिसका अनुभव मैंने स्वयं किया है जिसको करने नही
देखने मात्र से आपको एक अनछुए आनंद की अनुभूति होगी और एक ऐसा सुख और आनंद का सागर मिलेगा जिसमे आपको डूबकर एक अद्भुत शांति मिलेगी और ख़ुशी भी
कभी रोते हुए बच्चे को हंसा कर देखिये
किसी भूखे को खाना खिला के देखिये
किसी बेसहारा को सहारा दे के देखिये
आपको अद्भुत और आश्चर्यजनक आनंद की अनुभूति होगी
जबकि आनंद टी बड़ी ही सरलता से महसूस किया जा सकता है वो हमारे ह्रदय में वास करता है
कुछ बाते मै यह बता रहा हु जिसका अनुभव मैंने स्वयं किया है जिसको करने नही
देखने मात्र से आपको एक अनछुए आनंद की अनुभूति होगी और एक ऐसा सुख और आनंद का सागर मिलेगा जिसमे आपको डूबकर एक अद्भुत शांति मिलेगी और ख़ुशी भी
कभी रोते हुए बच्चे को हंसा कर देखिये
किसी भूखे को खाना खिला के देखिये
किसी बेसहारा को सहारा दे के देखिये
आपको अद्भुत और आश्चर्यजनक आनंद की अनुभूति होगी
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