की अब इक बात तुमसे ऐ सखी कहना जरूरी है
मुहब्बत की गली में अब हमे चलना जरूरी है
की अब सोते हुए जगने की आदत हो गई हमको
की नंगे पैर अब कांटो पे चलना भी जरूरी है
नही मंदिर नही मस्जिद कोई पैगम्बर है मेरा
की तेरा नाम खुदा से पहले लेना अब जरूरी है
की तुझको राधिका कहने का मन हो रहा मेरा
प्रेम की मूरत है वो श्याम सुंदर बासुरी वाला
की अब विरहन के जैसे अब तडपना भी जरूरी है
की अब इक बात तुमसे ऐ सखी कहना जरूरी है
मुहब्बत की गली में अब हमे चलना जरूरी है
मुहब्बत की गली में अब हमे चलना जरूरी है
की अब सोते हुए जगने की आदत हो गई हमको
की नंगे पैर अब कांटो पे चलना भी जरूरी है
नही मंदिर नही मस्जिद कोई पैगम्बर है मेरा
की तेरा नाम खुदा से पहले लेना अब जरूरी है
की तुझको राधिका कहने का मन हो रहा मेरा
प्रेम की मूरत है वो श्याम सुंदर बासुरी वाला
की अब विरहन के जैसे अब तडपना भी जरूरी है
की अब इक बात तुमसे ऐ सखी कहना जरूरी है
मुहब्बत की गली में अब हमे चलना जरूरी है
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