मुझे दर दर मरने छोड़ दिया
क्यों हमारे सपने को चकनाचूर किया
हमने भी कुछ सोचा था पाने लिए
लेकिन उसने हमारी अस्मिता को झकझौर दिया
चंद लम्हों के सुकून की खातिर
हमारे सपनो को तोड़ द…Read More
बस तू मेरी माँ मुझे प्यार करे
मै फूल हु तेरी बगिया का
मै निश्छल हु मै निर्मल हु
फिर भी न जाने दुनिया को
है प्यार नही मुझसे
तेरा आँचल मुझको मिल जाये
तेरी गोद में मुझको …Read More
ये जिंदगी क्यों इतनी नीरस हो गयी
ये जिंदगी क्यों इतनी नीरस हो गयी यहाँ तो मेरे पास सब कुछ है सिर्फ तुम्हारे सिवा फिर भी मन में आज ऐसा क्यों प्रतीत हो रहा है क्या ये प्रेम …Read More
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