वो घटा जो हम पे बरस जाये तो
कोई सितमगर हम पे जो सितम ढाये तो
खुसबू उस चमन की नसीब में नही
फूल न सही काटे ही मिल जाये जो
है उनके ही हम वो हमारे नही
चाँद है वो हमारे
हम सितारे सही
उनकी रोसनी से रोशन हो जाये तो
ताकते हम रहेंगे उनको ताउम्र यु ही
जिंदगी बना लेंगे कसम खुदा की
हकीकत में न सही ख्वाब में आये तो
वो घटा जो हम पे बरस जाये तो
कोई सितमगर हम पे जो सितम ढाये तो
कोई सितमगर हम पे जो सितम ढाये तो
खुसबू उस चमन की नसीब में नही
फूल न सही काटे ही मिल जाये जो
है उनके ही हम वो हमारे नही
चाँद है वो हमारे
हम सितारे सही
उनकी रोसनी से रोशन हो जाये तो
ताकते हम रहेंगे उनको ताउम्र यु ही
जिंदगी बना लेंगे कसम खुदा की
हकीकत में न सही ख्वाब में आये तो
वो घटा जो हम पे बरस जाये तो
कोई सितमगर हम पे जो सितम ढाये तो
0 comments:
Post a Comment