मेरे प्रियतम ,
समझ नही आता मै क्या कहु तुमसे और क्या लिखू वक़्त जो आपके साथ बिताना था इतनी जल्दी बीत गया और अब जो समय अलग रहकर गुजारना है वो पता नही कैसे बीतेगा ये नही जानते है हम ,हर पल तुम्हारे संग जो गुजरा है वही हर पल अब तुम्हारे बिन गुजरेगा
अब मुझे ये एहसास हो रहा है की कभी कभी जिंदगी हमे गुमराह करती रही और हम समझ ही नही पाये। या फिर ये हमारे कर्मो की सजा है। क्या सोचा था हमने और क्या मिला हमे ज्यादा कुछ नही बस थोड़ी सी जिंदगी में उम्र भर का साथ माँगा था पर किस्मत ने हमे यही पर जुड़ा कर दिया आगे का सफर कैसा होगा ये नही जानते हम
अनजाने में ही सही पर न जाने कब आपसे बेइंतहा मुहब्बत कर बैठी पता ही नही चला लोगो को इस दर्द से गुजरते देखती थी तो मै ये सोचती थी की हमारी जिंदगी में ये क्षण आएगा ही नही लेकिन मेरा भृम टूट गया प्यार कैसा भी हो तकलीफ देता ही है ये ऐसा दर्द जो किसी को दिखा भी नही सकते और नाही कोई इसे कम कर सकता है सिवाय इसके जिसने ये दर्द दिया है बहुत तकलीफ हो रही है इतना दर्द तो सायद कभी नही हुआ जिंदगी एक बोझ की तरह लग रही है अब ऐसी स्थिति है मेरे सामने की न मई जी सकती हु नाही मै मर सकती हु
मेरे प्रियवर
मेरे साथी
तुम जैसे दिया हो
मैं उसकी बाती
मेरे नैनो का श्रृंगार है तुझसे
ये तेरा आभार है मुझपे
कुछ मेरा भी अधिकार है तुझपे
ये जानकर एक निवेदन है
तुमसे प्यार में अनुमोदन है
मत जाओ मुझसे दूर सखी
मत जाओ मुझसे दूर सखी
तुम बिन कैसे कटेंगे दिन
सूना सूना मन का उपवन
दिन रेन की सुध न रही सखी
मेरे पल पल लागे कई कई जीवन
कस्तूरी मेरे कुण्डल में
मै फिर भी भटकू इस वन में
आ जाओ मेरे पास सखी
मत जाओ मुझसे दूर सखी
मत जाओ मुझसे दूर सखी
मत जाओ मुझसे दूर सखी
समझ नही आता मै क्या कहु तुमसे और क्या लिखू वक़्त जो आपके साथ बिताना था इतनी जल्दी बीत गया और अब जो समय अलग रहकर गुजारना है वो पता नही कैसे बीतेगा ये नही जानते है हम ,हर पल तुम्हारे संग जो गुजरा है वही हर पल अब तुम्हारे बिन गुजरेगा
अब मुझे ये एहसास हो रहा है की कभी कभी जिंदगी हमे गुमराह करती रही और हम समझ ही नही पाये। या फिर ये हमारे कर्मो की सजा है। क्या सोचा था हमने और क्या मिला हमे ज्यादा कुछ नही बस थोड़ी सी जिंदगी में उम्र भर का साथ माँगा था पर किस्मत ने हमे यही पर जुड़ा कर दिया आगे का सफर कैसा होगा ये नही जानते हम
अनजाने में ही सही पर न जाने कब आपसे बेइंतहा मुहब्बत कर बैठी पता ही नही चला लोगो को इस दर्द से गुजरते देखती थी तो मै ये सोचती थी की हमारी जिंदगी में ये क्षण आएगा ही नही लेकिन मेरा भृम टूट गया प्यार कैसा भी हो तकलीफ देता ही है ये ऐसा दर्द जो किसी को दिखा भी नही सकते और नाही कोई इसे कम कर सकता है सिवाय इसके जिसने ये दर्द दिया है बहुत तकलीफ हो रही है इतना दर्द तो सायद कभी नही हुआ जिंदगी एक बोझ की तरह लग रही है अब ऐसी स्थिति है मेरे सामने की न मई जी सकती हु नाही मै मर सकती हु
मेरे प्रियवर
मेरे साथी
तुम जैसे दिया हो
मैं उसकी बाती
मेरे नैनो का श्रृंगार है तुझसे
ये तेरा आभार है मुझपे
कुछ मेरा भी अधिकार है तुझपे
ये जानकर एक निवेदन है
तुमसे प्यार में अनुमोदन है
मत जाओ मुझसे दूर सखी
मत जाओ मुझसे दूर सखी
तुम बिन कैसे कटेंगे दिन
सूना सूना मन का उपवन
दिन रेन की सुध न रही सखी
मेरे पल पल लागे कई कई जीवन
कस्तूरी मेरे कुण्डल में
मै फिर भी भटकू इस वन में
आ जाओ मेरे पास सखी
मत जाओ मुझसे दूर सखी
मत जाओ मुझसे दूर सखी
मत जाओ मुझसे दूर सखी
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