कभी ख्यालो में ऐसे ही
उन से जाने कैसे सवाल पूछते थे हम
कभी तन्हा रातो में चाँद से बाते करते थे हम
अभी सोचते है हम की क्या हम तब ठीक थे या अब हम
तब कुछ भी नही था मेरे पास इस दिल के सिवा
आज सब कुछ है बस दिल के सिवा
तब हमे खुसी मिल जाती थी चंद पैसो से
अब लाखो कमा कर भी छोटी सी खुसी के लिए तरसते है
तब रिश्ते थे नाते थे यार थे दोस्त थे
अब बस मतलब के साथी है
तब समय ही समय था अपने लिए कोई काम न था
आज काम ही काम है समय नही है अपनों के लिए
कभी उदास हो जाता है मन तो कभी सिसक सिसक के रोने लगता है
आज कोई नही है मेरी आवाज को सुन ने के लिए
करते है गुजारिस ऊपर वाले से
अगर हम सह नही सकते है इतने जुल्म तुम्हारे
तो इतने गुनाह क्यों हमने किये
उन से जाने कैसे सवाल पूछते थे हम
कभी तन्हा रातो में चाँद से बाते करते थे हम
अभी सोचते है हम की क्या हम तब ठीक थे या अब हम
तब कुछ भी नही था मेरे पास इस दिल के सिवा
आज सब कुछ है बस दिल के सिवा
तब हमे खुसी मिल जाती थी चंद पैसो से
अब लाखो कमा कर भी छोटी सी खुसी के लिए तरसते है
तब रिश्ते थे नाते थे यार थे दोस्त थे
अब बस मतलब के साथी है
तब समय ही समय था अपने लिए कोई काम न था
आज काम ही काम है समय नही है अपनों के लिए
कभी उदास हो जाता है मन तो कभी सिसक सिसक के रोने लगता है
आज कोई नही है मेरी आवाज को सुन ने के लिए
करते है गुजारिस ऊपर वाले से
अगर हम सह नही सकते है इतने जुल्म तुम्हारे
तो इतने गुनाह क्यों हमने किये
तो इतने गुनाह क्यों हमने किये
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