ये मेरे बचपन की बगिया है
ये मेरे बचपन की बगिया है
जिसको मैंने अपने सपनो से सींचा है
कुछ ख्वाब देखे इस आँगन में
जिसमे गिरते सम्भलते बहुत कुछ सीखा है
है कुछ बेगाने तो कुछ अपने …Read More
प्यास लग रही है तुझको पीने की
प्यास लग रही है तुझको पीने की
घुल जाओ तुम मुझमे और मै तुझमे कही
ये लम्हा ठहर जाये जो आस मेरी पूरी हो जाये तुझ संग जीने की
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कुछ नयन उनके कुछ कह रहे थे हमसे भी
कुछ नयन उनके कुछ कह रहे थे हमसे भी
हमारे नयन भी कुछ कम नही थे
धीरे धीरे वो मुड़के मुझको निहारे
हम भी थोड़ी सी कोशिश वही कर रहे
रोका उनने बहुत अपने नैनो…Read More
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