यादे आती है आके चली जाती है Kavita house 08:56 Kavita Sangrah No comments यादे आती है आके चली जाती है कुछ रुलाती है तो कुछ हंसाती है कुछ खुद ही मुस्करा के दिल में बस जाती है इनके संग जीने की आदत होगयी है Share This: Facebook Twitter Google+ Stumble Digg Email ThisBlogThis!Share to XShare to Facebook Related Posts:है समंदर भी अब तो दीवाना हुआ… Read Moreअस्को का आशियाना बनाया है इस दिल ने इस क़द्र अस्को का आशियाना बनाया है इस दिल ने इस क़द्र जिसकी नदी ही एक बन गयी है जहन में मेरे रो रो के सूख गया है पानी आँखों का फिर भी खुदा की रहमत नही है… Read Moreएक अधूरा जहां अधूरे लोग अधूरी नियत अधूरी इंसानियत एक अधूरा जहां अधूरे लोग अधूरी नियत अधूरी इंसानियत ये कहा आ गए ख़ुदा जहा न लोगो के पास दिल है न ही इंसानियत न ही एक दूसरे से बोलना चाहते है सिर्फ और सि… Read Moreचाहत अभी अधूरी है दोस्त चाहत अभी अधूरी है दोस्त क्योकि चाँद खेल रहा है आंखमिचौली आजाओ फलक पे ये इल्तेजा है मेरी मत सताओ मेरी मुहब्बत को प्यासी वो है तो बेचैन है हम भी आ जाओ … Read Moreवो घटा जो हम पे बरस जाये तो कोई सितमगर हम पे जो सितम ढाये तो वो घटा जो हम पे बरस जाये तो कोई सितमगर हम पे जो सितम ढाये तो खुसबू उस चमन की नसीब में नही फूल न सही काटे ही मिल जाये जो है उनके ही हम वो हमारे … Read More
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