कुसूरवार हु मै तो सजा मुकम्मल करो मेरी
गुनाह क़ुबूल है मुझे बार बार मै ये कहता हु
क़त्ल करदो मुझे यही खुदा से कहता हु
दिल से कहता हु बस और बस यही रजा है मेरी
नही जीना नाही जीते जी मरना है यहाँ
सौख से मारो अगर सुकून है तुम्हे मुझे खंजर
एक वार नही सौ वार सहने को तैयार हु मै
हर घाव से दूंगा तुझे मै फिर भी दुआ
तुझसे मुहब्बत करना ही शायद है खता मेरी
कुसूरवार हु मै तो सजा मुकम्मल करो मेरी
गुनाह क़ुबूल है मुझे बार बार मै ये कहता हु
गुनाह क़ुबूल है मुझे बार बार मै ये कहता हु
क़त्ल करदो मुझे यही खुदा से कहता हु
दिल से कहता हु बस और बस यही रजा है मेरी
नही जीना नाही जीते जी मरना है यहाँ
सौख से मारो अगर सुकून है तुम्हे मुझे खंजर
एक वार नही सौ वार सहने को तैयार हु मै
हर घाव से दूंगा तुझे मै फिर भी दुआ
तुझसे मुहब्बत करना ही शायद है खता मेरी
कुसूरवार हु मै तो सजा मुकम्मल करो मेरी
गुनाह क़ुबूल है मुझे बार बार मै ये कहता हु
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