Kavita house 08:51 Kavita Sangrah No comments प्रभु मुझे इतना भोला बना दो की मै भोले का दीवाना हो जाऊ मुझे भी इतना निश्छल बना दो की मुझे तेरा दीदार हो जाये मुझे भी अपना मित्र बना लो की मै सभी रिश्ते नातो को भूल जाऊ रम जाऊ तेरी भक्ति में की मै सारे जहा को भूल जाऊ अपने तन पर लपेटो नागो की माला मै अपने तन पर लपेटू मृगछाला भस्म लगालू अपने माथे पर बन जाऊ मै भी डमरू वाला Share This: Facebook Twitter Google+ Stumble Digg Email ThisBlogThis!Share to XShare to Facebook
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