मै टूट कर जिसके लिए रोया उसने इक बार ना पुछा की दिल को क्यों तडपाते हो वो जिसके लिए मैंने सब कुछ था खोया उसने इक बार ना पुछा की तुम क्यों चले जाते हो की दिल को क्यों तड़पाते हो अधूरा था अधूरा हु न पूरा था ना पूरा हु मैंने भी उनसे ये पुछा ख्वाब बनके तुम क्यों आते हो की दिल को क्यों तड़पाते
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