ए मेरी सखी क्यों भई बावरी मै रहता हु हर पल तेरे संग में तेरी यादो में सपनो में ख्वाबो के संग मै रहता हु हर पल तेरे संग में दूरिया है तो क्यों इतनी मजबूर तुम
दूर हु मै नही तुमसे मेरे सनम प्रेम क्या है इसकी परिभाषा क्या बंसी की धुन से तुझको समझायेंगे बंद आंके करो अपने दिल की सुनो मन के मंदिर में तुझको नजर आयेंगे ए मेरी सखी क्यों भई बावरी मै रहता हु हर पल तेरे संग में तेरी यादो में सपनो में ख्वाबो के संग मै रहता हु हर पल तेरे संग में
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