वो मेरे गुसुदगी की रपट लिखा आये
लेकिन उन्होंने ढूँढने की कोशिश ना की
की हम गुम थे उनमे ही कही
कमबख्त आँखों का दरवज्जा खोला जो
तो दिल से एक आवाज आई
की मै यही हु यही
लेकिन उन्होंने ढूँढने की कोशिश ना की
की हम गुम थे उनमे ही कही
कमबख्त आँखों का दरवज्जा खोला जो
तो दिल से एक आवाज आई
की मै यही हु यही
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