ek muskaan: सोलह श्रृंगार से सजूँगी आज मै Kavita house 10:11 Kavita Sangrah No comments ek muskaan: सोलह श्रृंगार से सजूँगी आज मै: सोलह श्रृंगार से सजूँगी आज मै माथे पे चमकीली बिंदी और मांग में कुमकुम भरूँगी इंतज़ार पल पल करूंगी निर्मोही चन्दा का आज अपने पिया के बाहो... Share This: Facebook Twitter Google+ Stumble Digg Email ThisBlogThis!Share to XShare to Facebook
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