Kavita house 12:20 Kavita Sangrah No comments तोड़ कर दिल वो चले गये एक खिलौना समझकर हम तो राह तकते रहे दीवानों की तरहाकी इक बार देखेंगे मुझे पलट कर वो की जिन्दगी गुजार लेंगे तेरे इंतज़ार में हम Share This: Facebook Twitter Google+ Stumble Digg Email ThisBlogThis!Share to XShare to Facebook
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