ek muskaan: सहारे आदमी को कमजोर बना देते है Kavita house 00:22 Kavita Sangrah No comments ek muskaan: सहारे आदमी को कमजोर बना देते है: सहारे आदमी को कमजोर बना देते है और वक़्त के मुसाफिर उसे बैसाखियों पर बिठा देते है फिर चलना तो हम चाहते है कुछ कदम मगर वो हर पल हर कदम प... Share This: Facebook Twitter Google+ Stumble Digg Email ThisBlogThis!Share to XShare to Facebook
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