import java.util.*;
public class HashMapImp {
public static void main(String[] args) {
//If we take key as object
//Then key can be any datatype
Map<Object,Object> hMap=new HashMap<Object,Object>();
hMap.put(1,...
In this post i will explain how to convert an array of Strings to a list(i.e. ArrayList) by using two programs.
In first program I have converted the array to list by using List interface which is converting the array to ArrayList.
Arrays.asList(arr)
For...
ek muskaan: सोलह श्रृंगार से सजूँगी आज मै: सोलह श्रृंगार से सजूँगी आज मै माथे पे चमकीली बिंदी और मांग में कुमकुम भरूँगी इंतज़ार पल पल करूंगी निर्मोही चन्दा का आज अपने पिया के बाहो...
ek muskaan: हमे तुमसे हुआ है प्यार हम क्या करे आप ही बताओ हम ...: आज एहसास हो रहा है की कितना प्यार है और कितना दर्द होता है बिछड़ने में लेकिन कुछ पल बहुत ख़ास होते है जो विशेष रूप से एहसास कराते है आज आंख...
ek muskaan: आज दिल बेचैन है तुम बिन: आज दिल बेचैन है तुम बिन आज के दिन भी जो दूर हु तुमसे मै ये सात समंदर कई दीवारों की तरह है जिन्हें तोडना आज मेरे बस में नही है मन भारी ...
ek muskaan: ये जान चली जाएगी तुम बिन: तुम्ही हो राधा तुम्ही हो मीरा तुम्ही हो दिन मेरा तुम्ही सवेरा हर लम्हा मेरा बीत रहा तुम बिन तुम ही हो मेरे विरह की पीड़ा वृन्दावन क...
ek muskaan: एहसासों की चिलमन भी क्या कमाल होती है: एहसासों की चिलमन भी क्या कमाल होती है जो हमारे दिल से जाने कितने बवाल करती है इसके लिए मन में रोज कोहराम मचता है इस मुहब्बत की वजह से ...
ek muskaan: अब मन पे नशा छाने लगा है: अब मन पे नशा छाने लगा है खुली आँखों से कोई अपना बनाने लगा है चद्दर से ढकने की बहुत कोशिश की मैंने फिर भी मेरे बाजू में आके वो मुझको सताने...
ek muskaan: हमे तुझसे कितनी मुहब्बत है ये हम जानते नही है मगर...: हमे तुझसे कितनी मुहब्बत है ये हम जानते नही है मगर लेकिन तुझकोअपने हर लम्हों में तलाश करते रहते है जब सामने आते तो घबरा जाते है हम कुछ ...
ek muskaan: सहारे आदमी को कमजोर बना देते है: सहारे आदमी को कमजोर बना देते है और वक़्त के मुसाफिर उसे बैसाखियों पर बिठा देते है फिर चलना तो हम चाहते है कुछ कदम मगर वो हर पल हर कदम प...
रेत की जमी पर इक मकान हमने भी बनाया था अपने यादो के खूबसूरत लम्हों से उसको सजाया था बड़ी ताकीद की थी उनको उसमे लाने की कई तन्हा राते गुजारी थी बिन चंदा संग अँधेरी रातो में पल पल हर पल इक इक लम्हा मैंने संजोया था अपने...
कुछ हौसले टूट रहे है उनकी निगाहों को देख कर कुछ ख्व्वाब मेरे टूट गये सिसकती आँखों को देखकर कुछ हम टूट से गये वो कापती बाहों को देखकर की दर्द दिया किसने मेरे मांझी को लूटकर मेरा रोम रोम कांप गया उनके बारे में सोचकर की...
ये कैसा अभिशाप है मैंने क्या पाप किया है क्या आज के जीवन में गरीबी अभिशाप है मै कल भी पूछता था और आज भी पूछता हु और सायद कल भी यही सवाल होगाकी क्या गरीब होना पाप है दासता तो हमे वरदान में मिली है जिन्दगी...
मै राह में पड़ा रहा कई सदियों से कितने आये कितने चले गये किसी ने ठोकर मारी मुझको तो किसी ने रस्ते से ही हटा दिया किसीको ठोकर लगी मुझसे तो कोई ठोकर मार कर चला गया लेकिन मै था तन्हा तन्हा और हर पल अकेला ही...
package come;
public abstract class Connection implements Comparable<Connection> {
private int connectionId;
private int customerId;
private double balance;
public Connection(int connectionId,int customerId,double balance)
{
...